पटना: पटना नगर निगम (पीएमसी) ने शनिवार को शहर भर में अपनी पहली रिवर्स वेंडिंग मशीनें (आरवीएम) स्थापित करके प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए एक नई पहल शुरू की।मशीनों के माध्यम से नागरिक प्रोत्साहन राशि या ग्रीन पॉइंट प्राप्त करने के लिए खाली पीईटी (पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट) बोतलें मशीनों में जमा कर सकते हैं, जिससे रीसाइक्लिंग प्रयासों और पर्यावरण संरक्षण में सीधे योगदान मिलता है। नगर निगम आयुक्त यशपाल मीणा ने लोगों से शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने में भाग लेने का आग्रह करते हुए कहा, “इस परियोजना का उद्देश्य नागरिक स्वच्छता में सुधार करना और जनता के बीच पर्यावरणीय जवाबदेही की भावना को बढ़ावा देना है।”उच्च वाहन यातायात वाले क्षेत्रों में पांच आरवीएम इकाइयां स्थापित की गईं – जेपी गंगा पथ, मीनार घाट (2) और मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स (1) पर दो मशीनें। इसके संचालन व रखरखाव का ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया है।ये उन्नत आरवीएम इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक से लैस हैं, जो उन्हें हर बोतल के रिडेम्पशन डेटा को ऑनलाइन ट्रैक और मॉनिटर करने में सक्षम बनाता है। जब कोई उपयोगकर्ता बोतल गिराने के बाद अपना मोबाइल नंबर दर्ज करता है, तो मशीन स्वचालित रूप से उस नंबर से जुड़े रिफंड मूल्य या ग्रीन पॉइंट की गणना करती है। आरवीएम में एक इन-बिल्ट क्रशर की सुविधा है, जो अपशिष्ट संग्रहण और परिवहन से जुड़ी लागत को कम करने के लिए बोतलों को तुरंत संपीड़ित करता है। यह प्रणाली 100% रीसाइक्लिंग की सुविधा प्रदान करती है, कुशल संचालन और पारदर्शी डेटा ट्रैकिंग सुनिश्चित करती है, और सालाना अनुमानित 42 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन, 700 लीटर ईंधन और 52,000 लीटर पानी बचाने का अनुमान है।





