पटना: विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच मुजफ्फरपुर जिले के कुरहनी विधानसभा क्षेत्र से एक अनोखी पहल सामने आई है जो लोकतंत्र की खूबसूरती के साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए जागरूकता का मिश्रण है।कुरहानी के सामान्य पर्यवेक्षक डॉ. हीरालाल द्वारा एक अभिनव प्रयोग के रूप में ‘हरित चुनाव अभियान’ शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य मतदाताओं की भागीदारी और पर्यावरण संरक्षण दोनों को बढ़ावा देना है। कुरहानी निर्वाचन क्षेत्र के चार मतदान केंद्रों को ‘हरित विशेष बूथ’ के रूप में नामित किया गया है, जहां मतदान के दिन प्रत्येक केंद्र पर 50 पौधे वितरित किए जाएंगे। कुल मिलाकर मतदाताओं के बीच 1,875 पौधे वितरित किये जायेंगे।डॉ. हीरालाल का मानना है कि लोकतंत्र की मजबूती सिर्फ मतदान से नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति जागरूकता से भी आती है। उन्होंने कहा, “धरती की हरियाली बनाए रखना और लोकतंत्र को मजबूत करना दोनों हर नागरिक का कर्तव्य है। अगर हम वोट डालने के लिए बाहर जा सकते हैं, तो एक पौधा लगाने की जिम्मेदारी भी निभा सकते हैं।”कुरहनी विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर वोट डालने वाले पहले पांच मतदाताओं को उपहार स्वरूप एक पौधा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “इस छोटे से कदम के पीछे एक बड़ा संदेश छिपा है: ‘हर वोट के साथ नई हरियाली’। इन पौधों के माध्यम से मतदाताओं को यह संदेश दिया जाएगा कि मतदान सिर्फ लोगों का अधिकार नहीं है, बल्कि पृथ्वी की सुरक्षा का प्रतीक भी है।”डॉ. हीरालाल ने कहा कि चुनाव सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र का त्योहार है। उन्होंने कहा, ”यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस त्योहार को ‘उत्सव के मूड’ में मनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान केंद्रों तक पहुंचें और अपनी भागीदारी निभाएं।’ हर बूथ बनेगा हरियाली का प्रतीक; यही सच्चे लोकतंत्र की पहचान है।”उन्होंने आगे कहा कि कुरहनी जैसे ग्रामीण इलाके से उपजा विचार निकट भविष्य में पूरे बिहार के लिए मॉडल बन सकता है. मतदान केंद्रों पर पौधे वितरण से मतदाताओं में उत्साह बढ़ेगा और बोए गए नए पौधे जीवन का संदेश देंगे।




