Bihar Weather : बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने ऐसा रुख बदला कि लोगों की जान पर बन आई हैं। आंधी-तूफान, वज्रपात, और भारी बारिश ने पूरे राज्य में हाहाकार मचा दिया। खबरों के मुताबिक, इस प्राकृतिक आपदा ने अब तक 61 लोगों की जान ले ली है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान नालंदा जिले में हुआ। मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
बिहार में मौसम का कहर
विषय | विवरण |
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क्या हुआ | बिहार में आंधी, बारिश और वज्रपात से 61 लोगों की मौत। |
प्रभावित क्षेत्र | नालंदा, सीवान, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर, जहानाबाद आदि। |
मौसम अलर्ट | आज 11 अप्रैल 2025 को भी भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी। |
प्रशासनिक कदम | मुआवजा और राहत कार्य शुरू। |
बिहार में मौसम की मार
पिछले दो दिनों से बिहार में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। गर्मी से राहत देने वाली बारिश ने अचानक विकराल रूप ले लिया। आंधी-तूफान और वज्रपात ने कई जिलों में तबाही मचाई। नालंदा जिले में एक ही दिन में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें से कई मौतें पेड़ गिरने और बिजली गिरने से हुईं। सीवान, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में भी एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है। मौसम विभाग के अनुसार, 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने घरों, पेड़ों और बिजली के खंभों को भी नुकसान पहुंचाया।
सबसे ज्यादा प्रभावित जिला: नालंदा
नालंदा में आंधी-तूफान ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया। यहां पेड़ गिरने से 8 लोग दबकर मर गए, जबकि बाकी की मौत वज्रपात से हुई। जिला प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किए और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है। नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि 21 मौतें आंधी-तूफान से और एक बिजली गिरने से हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद घटना पर शोक जताया और हर संभव मदद का भरोसा दिया।
बिहार के अन्य जिलों की स्थिति
जिला | मौतें | कारण |
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सीवान | 2 | वज्रपात और आंधी |
कटिहार | 1 | बिजली गिरना |
दरभंगा | 1 | पेड़ गिरना |
बेगूसराय | 1 | वज्रपात |
भागलपुर | 1 | आंधी-तूफान |
जहानाबाद | 1 | बिजली गिरना |
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में बिहार के कई जिलों में भारी बारिश, आंधी, और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। खासकर पटना, छपरा, मुजफ्फरपुर, और 32 अन्य जिलों में लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, हवा की रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
प्रशासन के प्रयास
बिहार सरकार ने इस आपदा से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा, प्रभावित इलाकों में बिजली और पानी की व्यवस्था को जल्द बहाल करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और मौसम अलर्ट पर ध्यान देने की अपील की है।
वज्रपात से बचने के उपाय
वज्रपात से बचने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं, जो की इस प्रकार से है।
- बारिश के दौरान खुले मैदान में न रहें।
- पेड़ों या ऊंची इमारतों के नीचे खड़े होने से बचें।
- बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल न करें।
- घर के अंदर रहें और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें।
निष्कर्ष
बिहार में आंधी-तूफान और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई है। 61 लोगों की मौत और कई जिलों में हुए नुकसान ने सभी को झकझोर कर रख दिया। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। सरकार और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं, लेकिन प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए हर व्यक्ति को जागरूक रहना जरूरी है। इस तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए हमें भविष्य में और बेहतर तैयारी करनी होगी।