College Recruitment 2022: राज्य के परंपरागत विश्वविद्यालयों (Traditonal Universities) में रिक्त पदों (Vacancies) पर December 2020 से चल रही सहायक प्राध्यापकों (Assistant Professors) की नियुक्ति प्रक्रिया तेज की जायेगी.
हाल ही में Education Minster विजय कुमार चौधरी ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष व उनकी पूरी टीम के साथ बैठक करने के बाद इसे December 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य आयोग (Commission) को दिया है.
________________________
बिहार की सभी लेटेस्ट रोजगार समाचार और स्कॉलरशिप से अपडेटेड रहने के लिए इस ग्रुप में अभी जुड़े. (अगर आप टेलिग्राम नहीं चलाते हैं तो फेसबुक को फॉलो करें, ताकि बिहार की कोई नौकरी नोटिफिकेशन न छूटे)
Whatsapp Group | Join Now |
Follow Facebook | Join & Follow |
Telegram Group | Join Now |
- विश्वविद्यालयों में Lecturers कमी को देखते हुए विभाग ने किया आग्रह
- सरकार ने विश्वविद्यालय सेवा आयोग (Education Service Commission) को बताई प्रोफेसर नियुक्ति की प्राथमिकताएं
- डेढ़ साल की नियुक्ति (Appointment) कार्रवाई में 300 पदों पर ही की जा सकी है बहाली
अब Education Department ने आयोग को सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति (Appointment) की प्राथमिकताएं भी बता दी हैं साथ ही साथ इसी के मुताबिक नियुक्ति की प्रक्रिया तेज करते हुए इसे पूरा करने का आग्रह भी किया है।
क्या बयान दिया है शिक्षा विभाग ने:
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (Chief Secretary) दीपक कुमार सिंह ने इसको लेकर आयोग के सचिव को पत्र भेजा है.
अपर मुख्य सचिव (Additional Chief Secretary) ने विवि सेवा आयोग (University Service Commission) को निर्देश दिया है कि पहले कला व विज्ञान संकाय के आठ विषयों के Teachers की नियुक्ति प्रक्रिया (Recruitment Process) को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करें.
अपर मुख्य सचिव ने कला संकाय में History, Psychology, Political Science, Economics, Social Science
जबकि विज्ञान संकाय (Faculty of Science) के विषयों में Chemistry , Botany व Zoology में चयन जरूरी है.
इन विषयों (Subjects) में 2300 से अधिक पदों पर नियुक्ति (Recruitment) की प्रक्रिया बिहार राज्य विवि सेवा आयोग द्वारा चलाई जा रही है.
राज्य के विश्वविद्यालयों (Universities) में व्याख्याताओं (Lecturers) की कमी को देखते हुए सरकार की ओर से आयोग से यह आग्रह (Request) किया गया है.
गौर हो कि कुल 52 विषयों में चल रही 1.5 साल की नियुक्ति की कार्रवाई में अब तक बस 300 पदों पर ही नियुक्ति हो पाई है. 4300 पदों पर अभी चयन किया जाना बाकी है.