Bihar Liquor Ban 2022: बिहार के 80 प्रतिशत लोग शराबबंदी कानून के पक्ष में हैं और महिलाएं तो लगभग शत-प्रतिशत शराबबंदी से खुश हैं।
लोगों के जीवन स्तर पर भी इसका काफी सकरात्मक प्रभाव पड़ा है और निम्न वर्ग की आर्थिक स्थिति न केवल शराबबंदी से बेहतर हुई है, बल्कि इस वजह से उनकी आमदनी भी बढ़ी है.
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हालांकि 13.8 प्रतिशत लोग शराबबंदी कानून के विरोध में दिखे।
मद्यनिषेध विभाग की इजाजत के बाद चाणक्य विधि विश्वविद्यालय (Panchayati Raj) और एएन सिन्हा सामाजिक शोध संस्थान के जरिए कराए गए Survey में यह बात सामने आई है.
वैसे इस सर्वे का उद्देश्य शराबबंदी के सामाजिक और आर्थिक पहलू के साथ लोगों के जीवन स्तर पर पड़े इसके प्रभाव को जानना था।
Excise Commissioner कार्तिकेय धनजी ने सोमवार को पटना के एक होटल में Press Conference में बताया कि फरवरी से मई के बीच राज्य में यह सर्वे कराया गया.
सर्वे में जो बातें उभर कर आईं उसके तहत शराबबंदी का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और निम्न वर्ग के लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है।
उसकी आमदनी 1-3 हजार रुपये प्रति माह के बीच बढ़ी है और लोग खान-पान और बच्चों की शिक्षा पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं।
पुलिस की सख्ती बढ़नी चाहिए:
सर्वे में शराबबंदी कानून का पालन कराने को लेकर भी सवाल पूछे गए थे और अधिकारियों ने ये बताया कि इस दौरान 62 प्रतिशत लोगों का कहना यह था कि पुलिस को जितनी सख्ती से इसे लागू करने के लिए काम करना चाहिए उतना नहीं हो पा रहा.
कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि छोटे धंधेबाजों पर तो कार्रवाई हो रही पर बड़े अब भी उतनी संख्या में नहीं पकड़े जा रहे हैं।
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