Kusum Yojana Registration : केंद्र सरकार (Central Government) Kusum Yojana ऑनलाइन पंजीकरण / आवेदन पत्र 2022 लेकर आई है.
केंद्र सरकार वित्त वर्ष 2022 तक किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (KUSUM) योजना के द्बारा किसानों को 3 करोड़ Solar Pump Provide करेगा.
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Subsidy पर यह Solar Krishi Pump Set वर्तमान में बिजली और डीजल से चलने वाले कृषि पंपों (Krishi Pump) की जगह ले ली जाएगी.
Solar Krishi Pump Subsidy Yojana की Official Website पहले कुसुम हुआ करती थी। Online लेकिन अब यह बंद कर दिया गया है.
क्या है PM Kusum Yojana 2022
PM Kusum Yojana 2022 के द्बारा, सरकार किसानों (Farmers) को Subsidy पर Solar Krishi Pump Set Provide करेगा.
Kusum Yojana 2022 का प्राथमिक और अहम उद्देश्य किसानों (farmers) को बिजली पैदा करने के लिए उन्नत तकनीक प्रदान करना है.
इन Solar Pump के दोहरे लाभ हैं क्योंकि ये किसानों को सिंचाई में सहायता तो अवश्य करेंगे और साथ ही किसानों को सुरक्षित ऊर्जा उत्पन्न करने में भी मदद करेंगे.
चूंकि इन पंप सेटों में ऊर्जा पावर ग्रिड शामिल किया गया है, इसलिए किसान अतिरिक्त बिजली सीधे सरकार को बेच सकते हैं जिससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी.
किसान Solar Energy उत्पादन के लिए बंजर भूमि का उपयोग भी कर सकते हैं, बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर सकते हैं,
इसमे बिजली पैदा कर सकते हैं, अतिरिक्त उत्पादित बिजली बेच सकते हैं और इससे आजीविका भी प्राप्त कर सकते हैं.
उद्देश्य को अवश्य ही समझें
Kusum Yojana लाने के पीछे सरकार का प्रमुख तथा अहम उद्देश्य यह है कि सरकार 2022 तक देश में तीन करोड़ डीजल से चलने वाले पंपों को सौर ऊर्जा (Solar energy) से चलाना चाहती है,
जिससे डीजल और बिजली की खपत कम होगी और सौर ऊर्जा (Solar energy) का उपयोग होगा. ऊर्जा के स्रोत की रक्षा के लिए सौर पैनलों (Solar Panel) को बढ़ावा दिया जा सकता है.
Kusum Yojana Online Apply
Kusum Yojana का सबसे अधिक लाभ सरकार Farmers को देगी, इसके तहत Farmer अपनी बंजर भूमि पर कुसुम का पौधा लगाएंगे,
इससे उत्पन्न बिजली की मदद सिंचाई का काम करेंगे और साथ ही वे उत्पन्न बिजली को ग्रिड को बेच कर पैसा कमा सकेंगे मतलब इसके तहत किसानों को दोहरा लाभ उपलब्ध कराना ही है !
PM कुसुम योजना का क्रियान्वयन
PM Kusum Yojana सरकार के घटकों B and C को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए बेंचमार्क लागत या निविदा लागत (जो भी कम हो) के 30% की केंद्रीय वित्तीय सहायता (CFA) Provide करेगा.
राज्य सरकार ( State Government) 30% Subsidy भी Provide करेगा और शेष 40% राशि किसान (Farmer) को वहन करनी होगी.
किसान द्वारा निवेश की गई 30% राशि के लिए बैंक वित्त सुविधा भी उपलब्ध रहेगी जबकि शेष 10% राशि किसान को अपनी जेब से देनी पड़ेगी.
केंद्र सरकार पूर्वोत्तर राज्यों, सिक्किम, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीपों के लिए 50% सीएफए Provide करेगा.
कुसुम योजना पंजीकरण (Kusum Yojana Registration) योजना का पर्यावरण पर काफी प्रभाव पड़ने वाला है क्योंकि CO2 उत्सर्जन कम हो जाएगा.
और संयुक्त रूप में सभी 3 घटकों के परिणामस्वरूप प्रति वर्ष लगभग 27 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन की बचत होगी. इसके अलावा, कुसुम योजना के घटक B,
(स्टैंडअलोन सोलर पंप) कच्चे तेल के आयात में कमी के कारण विदेशी मुद्रा में संबद्ध बचत के साथ प्रति वर्ष 1.2 बिलियन लीटर डीजल की बचत करेंगे.
कुसुम योजना 2022 के विभिन्न भाग इस प्रकार हैं:
सोलर पंप वितरण – Kusum Yojana में बिजली विभाग केंद्र सरकार के विभागों के साथ मिलकर काम करता है. सौर ऊर्जा Solar energy से चलने वाले पंपों के सफल वितरण की दिशा में काम करने जा रहे हैं.
सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण –
इसमें सौर ऊर्जा (Solar energy) संयंत्रों का निर्माण शामिल की गई है जो एक महत्वपूर्ण मात्रा में बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखते हैं.
नलकूपों की स्थापना – Kusum Yojna में नलकूप स्थाप करना को शामिल किया है जो एक निश्चित मात्रा में बिजली पैदा करने वाले हैं.
वर्तमान पंपों का आधुनिकीकरण – केवल बिजली का उत्पादन इस Kusum Yojana 2022 के उद्देश्यों में से एक नहीं है.
Kusum Yojana का अंतिम घटक उन पंपों के आधुनिकीकरण से संबंधित है जो वर्तमान में उपयोग में हैं और पुराने पंपों को सौर पंपों से बदल रहे हैं.
इसके अलावा, बैंक किसानों (Farmers) को Bank Loan के रूप में कुल खर्च का 30% अतिरिक्त प्रदान करेंगे.
अब किसानों को केवल अग्रिम लागत खर्च करनी पड़ेगी और इन सौर परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए कुल लागत का लगभग 10% खर्च करना पड़ेगा.