Railway Confirm Ticket: Indian Railways के आदेशानुसार पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर रेलवे मंडल में टिकट चेकरों (TTE) को हाईटेक करने की कवायद शुरू हो गई है.
अब उन्हें POS व Tab दिया जाएगा, ताकि वह ट्रेनों में Reservation Chart के बदले टैब लेकर चलें.
________________________
बिहार की सभी लेटेस्ट रोजगार समाचार और स्कॉलरशिप से अपडेटेड रहने के लिए इस ग्रुप में अभी जुड़े. (अगर आप टेलिग्राम नहीं चलाते हैं तो फेसबुक को फॉलो करें, ताकि बिहार की कोई नौकरी नोटिफिकेशन न छूटे)
Whatsapp Group | Join Now |
Follow Facebook | Join & Follow |
Telegram Group | Join Now |
Ticket Checker को दिए जाने वाला टैब Global Positioning System (GPS) पर आधारित टर्मिनल सीधे सेंटर फॉर रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (CRIS) से जुड़े रहेंगे.
इस सिस्टम में ट्रेन का Chart लोड रहेगा.
TTE अपने टैब में किसी यात्री के न आने की जानकारी जैसे ही Feed करेंगे, वैसे ही अगले स्टेशन व मुख्यालय को यह सूचना मिल जाएगी.
इसके साथ ही ट्रेन RAC व Waiting टिकट लेकर चल रहे यात्री का टिकट स्वतं: Confirm हो जाएगा. इन यात्री के मोबाइल पर Seat Confirm होने की जानकारी मिल जाएगी.
टीटीई टिकटों की Booking के साथ बर्थ आवंटन भी कर सकेंगे. जुर्माना काटने की भी Online व्यवस्था होगी.
HHT के अलावा टिकट जांच के लिए अलग से Mobile App भी तैयार किया गया है. इससे टिकट पर अंकित BarCode के जरिए टिकट की जांच हो सकेगी.
इससे टिकटों के फर्जीवाड़े पर भी अंकुश लगेगा, टिकट चेकरों को सौ फीसदी Digital बनाने को लेकर उन्हें Training देने का कार्य भी शुरू हो गया है.
डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि शुरू में मंडल के प्रमुख्य ट्रेनों (Major Trains) में यह सुविध प्रदान की जाएगी, धीरे -धीरे मंडल के सभी ट्रेनों के TTE को इस सुविधा से लैश कर दिया जाएगा.
जिससे यात्रियों (Travellers) की सुविधा बढ़ेगी वहीं भ्रष्टाचार पर भी रोक लगना शुरु होगा.
ट्रेनों में शुरू होगी हैंड हेल टर्मिनल सेवा :
रेलवे मंडल (Rail Division) के TTE को हाईटेक करने की शुरू हुई तैयारी, ट्रेन में अब Reservation Chart नहीं, टैब लेकर चलेंगे टीटीई, यात्रियों को नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर।
ट्रेनों में खाली रहने वाले सीट की जानकारी यात्रा खत्म होने के बाद मिलती थी अभी ट्रेनों में टीटीई रिजर्वेशन चार्ट लेकर चलते हैं. अगर कोई Reservation कराने वाला यात्री सफर नहीं कर रहा होता है तो इसकी जानकारी अगले स्टेशन अथवा मुख्यालय (Head Quarter) को नहीं मिल पाता.
दोनों को जानकारी यात्रा खत्म होने के बाद टीटीई द्वारा Reservation Chart जमा करने के बाद होती थी, इस दौरान TTE अपने मन से किसी भी यात्री को उक्त खाली सीट पर पैसा लेकर सफर करने देते थे.
इससे Railway को लाभ नहीं मिल पाता था, उल्टा शिकायत ही मिलती थी RAC वाले यात्री को सीट न देकर पैसा लेकर दूसरे यात्री को Seat दे दिया गया.